
गोंडा। सरकार के आम बजट को लेकर शनिवार को लोगों में उत्सुकता दिखी। हर किसी की निगाह टीवी स्क्रीन पर टिकी रही। एलबीएस डिग्री कॉलेज में प्राध्यापकों के बीच बजट को लेकर चर्चा होती दिखी। प्रो. वीपी सिंह ने कहा, बजट में मध्यम वर्गीय व किसानों को काफी राहत दी गई है। अन्य प्राध्यापक भी बजट को लेकर मंथन करते दिखे।
पीपल तिराहे पर टीवी स्क्रीन पर लोग बजट देखते नजर आए। हर किसी ने अपने-अपने हिसाब से बजट की व्याख्या की। किसी ने अपेक्षा के अनुरूप बताया तो किसी ने कुछ राय जाहिर की। फिलहाल बजट में 12 लाख रुपये तक की आमदनी आयकर के दायरे से मुक्त होने से जिले के 22 हजार कर्मचारियों को राहत मिलने की बात कही जा रही है। वहीं, किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाए जाने का जिले के 2.05 लाख किसानों को सीधा फायदा मिलेगा। धनधान्य योजना से पांच लाख किसान लाभान्वित होने की आस लगाए हैं।
कर्मचारियों के हित का है बजट
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सालिक राम त्रिपाठी ने केंद्र सरकार की ओर से जारी बजट की सराहना करते हुए कहा, 12 लाख रुपये तक की आय पर अब कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा। साथ ही, आयकर की दरों में बदलाव किया गया है। यह कर्मचारियों के हित में है।
उ.प्र. पेंशनर्स कल्याण संस्था के अध्यक्ष केबी सिंह ने कहा, बजट से बुजुर्गों, किसानों व मध्यम वर्ग को राहत मिली है। 12 लाख रुपये वार्षिक आय वालों को एक भी पैसा कर न देने का फैसला ऐतिहासिक है।
उ.प्र. पेंशनर्स कल्याण संस्था के प्रांतीय संयुक्त मंत्री अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा, आयकर में सरकार ने जो छूट की व्यवस्था की है। उससे जिले के 22 हजार कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
रोडवेज कर्मचारी विजय शंकर श्रीवास्तव ने कहा, बजट में आयकर की दरों को लेकर किया गया फैसला राहत भरा है। इससे मध्यम वर्ग पर कर का बोझ कम होगा।