डियर अमाना बेगम, हिंदू ‘भाई-बहनों’ की आपस में नहीं कराते शादी… ‘जाति पर जहर’ कम फैलाओ: सोनम-राज कुशवाह मामले में ‘द प्रिंट’ की लेखिका ने घुसाया ‘अंतरजातीय’ एंगल, ठूंसी अपनी कुंठा
मेघालय हनीमून मर्डर केस ने देश भर में सनसनी मचा दी है। इंदौर की नवविवाहित सोनम रघुवंशी पर अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या का आरोप है। हत्या में शामिल…
जब हिमांशी नरवाल के बयान से मिली नैरेटिव को धार, तो वामपंथी मीडिया ने बनाया हीरो: अब अब्बू-बेटे की जोड़ी ने बनाई अश्लील AI वीडियो तो सिले होठ
22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में एक आतंकी हमला हुआ। इस हमले की पहचान बनी वो तस्वीर, जिसमे एक महिला अपने मृत पति के पास बैठी है। यह फोटो लेफ्टिनेंट…
‘द वायर’ को भोपाल के ‘मुस्लिम गैंग’ की करतूतें उजागर होने से दिक्कत, ‘सवाब’ के लिए हिंदू लड़कियों से रेप को भूल ‘मीडिया एथिक्स’ का बजा रहा झुनझुना
भोपाल में मुस्लिमों लड़कों ने एक गैंग बनाया। इस गैंग ने एक-एक कर कई हिन्दू लड़कियों को फँसाया, उनका रेप किया, वीडियो बनाया। यहाँ तक कि उनके वीडियो पोर्न साइट्स…
न्यायपालिका में सुधार के लिए आया NJAC, पर सुप्रीम कोर्ट ने ही कर दिया खारिज: जज ही जज नियुक्त करेंगे, जज ही जज की जाँच करेंगे… वाली व्यवस्था से नहीं आएगी पारदर्शिता-जवाबदेही
दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर मिली अघोषित भारी नकदी को लेकर न्यायपालिका में सुधार की जरूरत को एक बार बहस को तेज कर दिया है। न्यायपालिका…
₹55 लाख देकर ‘डंकी रूट’ से अमेरिका गया ‘गरीब’ सतपाल सिंह, इंडिया टुडे के मंच से उसे ‘बेचारा’ दिखा रहे थे राजदीप सरदेसाई: नेटिजन्स ने रगड़ कर ‘इमोशन’ का भूत उतारा
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सतपाल सिंह नाम के एक शख्स को बुलाया, जो अमेरिका से डिपोर्ट हुआ था। सतपाल ने 55 लाख रुपये खर्च कर…
जब तक डेविड डिकॉस्टा जिंदा रहेगा, बीयरबायसेप्स आपको जकड़ेगा ही… समय आपको बर्बाद कर देगा
यह कहानी है डेविड डिकॉस्टा की। लंबा-चौड़ा था, लेकिन था गरीब। लाइफ लेकिन मस्त जी रहा था। मस्ती भरे जीवन की साथी थी उसकी सुंदर बीवी। नाम था मैरी डिकॉस्टा।…
ऐसे लोग खत्म कर रहे हैं पत्रकारों का सम्मान क्या कुछ पत्रकार प्लस ठेकेदारों ने पत्रकारों के सम्मान को खत्म करने का ही ठेका ले लिया?
*ऐसे लोग खत्म कर रहे हैं पत्रकारों का सम्मान* क्या कुछ पत्रकार प्लस ठेकेदारों ने पत्रकारों के सम्मान को खत्म करने का ही ठेका ले लिया? पत्रकारिता के गिरते स्तर…
माना आपकी तरह ‘एलीट’ नहीं था मुकेश चंद्राकर, पर जिसे तड़पा-तड़पाकर मारा गया वह भी पत्रकार ही था… कॉन्ग्रेस की ‘चाटुकारिता’ में अपने ही पेशे का दर्द भूल गए राजदीप सरदेसाई
राजदीप सरदेसाई कौन हैं? पत्रकार। मुकेश चंद्राकर कौन था? पत्रकार। पेशा एक ही होने के बावजूद यह माना जा सकता है कि राजदीप की तरह मुकेश ‘एलीट’ नहीं थे। वे…