
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव जारी है। लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। दोनों देशों के बीच सीजफायर का ऐलान किया गया था लेकिन बॉर्डर पर फायरिंग अब भी चालू है। इस सभी तनाव के बीच भी पाकिस्तानी सोशल मीडिया फर्जी खबरें फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
इस समय पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक न्यूज आर्टिकल का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें ‘द डेली टेलीग्राफ’ द्वारा प्रकाशित एक खबर का हवाला दिया जा रहा है कि पाकिस्तानी एयर फोर्स (PAF) ‘आसमान का राजा’ बनकर उभरी है।
इस कटिंग में लिखा गया है, “विशेषज्ञों का कहना है कि PAF इस क्षेत्र में एक खौफनाक, सम्मानित और उल्लेखनीय रूप से कुशल बल के रूप में उभरी है।” दरअसल, जिस अखबारी कटिंग का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी एयरफोर्स के आसमान के राजा भरने का दंभ भरा जा रहा है, वो असली है ही नहीं। जी हाँ, ये अखबारी कतरन दरअसल एआई तकनीक का इस्तेमाल करके बनाई गई है, जो पूरी तरह से फर्जी है। ये अलग बात है कि इस फर्जी अखबारी कटिंग के स्क्रीनशॉट को शेयर कर पाकिस्तानी लहालोट हो रहे हैं।
पाकिस्तानी सोशल मीडिया में छाई फेक न्यूज
पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर द डेली टेलीग्राफ का यह फर्जी स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है। इसे पाकिस्तानी मंत्रियों, वकीलों से लेकर पत्रकारों ने भी अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है। इस फर्जी दावे को शेयर करते हुए पाकिस्तानी अपनी एयर फोर्स की तारीफ कर रहे हैं, इस बात से अनजान रहते हुए कि अखबारी कटिंग का ये स्क्रीनशॉट फर्जी है और एआई से बनाया गया है।
पाकिस्तानी बैरिस्टर खदीजा सिद्दीकी ने भी ये फर्जी पोस्ट कर दी। उन्होंने लिखा, “हमारे योद्धाओं, अल्लाह की जय हो!”
इसी फर्जी खबर को तारिक मतीन नाम के पाकिस्तानी पत्रकार ने भी पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने भारतीय सेना के अनुभवी मेजर गौरव आर्या को अपशब्दों का प्रयोग करते हुए टैग किया था।
पाकिस्तानी एंकर जस्मीन मंजूर ने भी एक्स पर झूठ फैलाया।
पाकिस्तानी पत्रकार साबिर शाकिर ने पाकिस्तानी वायुसेना को नवाजते हुए यह फर्जी खबर शेयर की। उन्होंने उर्दू में कैप्शन में लिखा, “आसमान का राजा, पाकिस्तानी वायुसेना के बाज़।”
वीना मलिक ने भी सोशल मीडिया पर इस फर्जी खबर को फैलाया। उन्होंने AI द्वारा तैयार किए गए इस लेख की तस्वीर को खतरे वाले इमोजी के साथ शेयर किया।
पाकिस्तान के पंजाब के पूर्व सूचना मंत्री और PTI के पूर्व प्रवक्ता मुसर्रत चीमा ने भी दिल के इमोजी के साथ AI से बनाए गए समाचार को शेयर करके फर्जी दावा फैलाया।
फर्जी लेख को साझा करने वालों में अगला नाम पत्रकार और सोशल मीडिया एन्फ्लुएंसर इमरान रियाज खान का था। यह उनके पैरोडी एक्स अकाउंट से शेयर किया गया।
पाकिस्तान ने पहले भी कई बार फर्जी खबरें फैलाकर दुनिया की सहानुभूति पाने की कोशिश की है। वर्ष 2017 में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में कश्मीर में अत्याचार का आरोप लगाते हुए एक घायल गाजा लड़की की तस्वीर दिखाई थी। लेकिन बाद में पता चला कि यह तस्वीर 2014 की थी और इसका कश्मीर से कोई संबंध नहीं था। इससे पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ा था।