
ब्यूरो रिपोर्टर /अशोक सागर
गोंडा । नवाबगंज के तुलसीपुर माझा पट्टी बलराज गांव निवासी 12वीं के छात्र अंशुमान सिंह (17) की हत्या के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को अपचारी को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है। इससे पहले पूछताछ में उसने बताया कि मशहूर होने के लिए पुराने विवाद में अंशुमान की हत्या की है। उसके चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी। घटना में प्रयुक्त पिस्तौल अभी तक बरामद नहीं हो सकी है। थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि बाल अपचारी ही बुधवार रात अंशुमान को घर से बुलाकर ले गया था। सुनसान स्थान पर गांव के ही विशेष प्रताप सिंह व अन्य आरोपियों के साथ मिलकर अंशुमान को गोली मार दी। बाल अपचारी कक्षा आठ का छात्र है। उसके पिता मुंबई में नौकरी करते हैं। मां मायके सतना में रहती हैं। परिजनों ने उसे पढ़ने के लिए सतना भेजा मगर वह गांव लौट आया था।
उसने पूछताछ में बताया कि अंशुमान ने उसकी पिटाई की थी। जिसके बाद बदला लेने के लिए उसने अंशुमान से दोस्ती कर ली थी। उधर, विशेष प्रताप सिंह से भी अंशुमान का विवाद था। ऐसे में अंशुमान को ढेमवा-रांगी मार्ग पर मरहमपुर के पास निर्जन स्थान पर ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी विशेष व उसके अन्य साथी फरार हैं। पकड़े गए बाल अपचारी ने पूछताछ में बताया कि वह मशहूर होना चाहता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।