
ब्यूरो रिपोर्टर/ अशोक सागर
गोंडा। छपिया के पिपरा माहिम गांव में बुधवार देर रात मासूम-ए-मिल्लत मजार के पास हो रही खोदाई के दौरान चार लोग गड्ढे में गिरकर मिट्टी के नीचे दब गए। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने चारों को बलरामपुर के सादुल्लाहनगर सीएचसी पहुंचाया, जहां किशोर समेत तीन की मौत हो गई। एक को लखनऊ रेफर किया गया है।
थानाध्यक्ष संजीव वर्मा ने बताया कि बुधवार रात करीब नौ बजे मो. फरजान मजार का पुर्ननिर्माण करा रहे थे। वह जेसीबी से मजार के अगल-बगल खोदाई करा रहे थे। उनके साथ खोड़ारे के अब्बनजोत निवासी शकील अहमद (60), मनकापुर के मछली बाजार दुल्हिया नानकार निवासी फकीर हुसैन (20) और छपिया के पिपरा माहिम निवासी अशद मोहम्मद (13) भी मौजूद थे। चारों लोग गड्ढे से निकाली गई मिट्टी के ढेर पर खड़े होकर नीचे देखने लगे तभी मिट्टी भरभरा गई। चारों लोग गड्ढे में गिरकर मिट्टी के नीचे दब गए।
इससे अफरातफरी मच गई। शोर सुनकर एकजुट हुए ग्रामीणों ने किसी तरह मिट्टी में दबे लोगों को बाहर निकाला और बलरामपुर जिले के साहदुल्लाहनगर सीएचसी ले गए लेकिन तब तक शकील, फकीर और अशद की मौत हो चुकी थी। मो. फरजान को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया, जहां अब हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
एएसपी (पूर्वी) मनोज कुमार रावत ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। उधर, गौरा विधायक प्रभात वर्मा का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में है। वैधानिक कार्रवाई हो रही है। प्रशासन जांच कर रहा है। मृतक के परिजनों को अहेतुक सहायता दिलाई जाएगी।