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‘यमुना में जहर’ पर चुनाव आयोग ने माँगा था जवाब, केजरीवाल ने दफ्तर पहुँचकर EC पर ही फोड़ दिया ठीकरा

हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा दिल्ली में नरसंहार के लिए पानी में जहर मिलाने के दावे के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती है। इसको देखते हुए केजरीवाल शुक्रवार (31 जनवरी) को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिंह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ चुनाव आयोग के कार्यालय पहुँचे। वहाँ उन्होंने आयोग के नोटिस पर जवाब दिया।

आयोग के दफ्तर जाने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से कहा कि आयोग द्वारा भेजे गए दूसरे नोटिस की भाषा से संकेत मिलता है कि वह पहले ही कार्रवाई करने का मन बना चुका है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग आवाज उठाने के लिए आम आदमी पार्टी के खिलाफ ही कार्रवाई करना चाह रहा है। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली में जहरीला पानी भेजकर जल संकट पैदा करने की कोशिश की है, जो कि एक अपराध है। केजरीवाल ने सीएम सैनी के खिलाफ FIR दर्ज करने की माँग की। उन्होंने कहा, “भले ही हमने अपॉइंटमेंट नहीं लिया है, लेकिन हम चुनाव आयोग जा रहे हैं। हम 7 PPM अमोनिया वाले यमुना के पानी की 3 बोतल आयोग को देंगे।”

वहीं, AAP सांसद संजय सिंह ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को दिल्ली में आने वाले पानी में जहर के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद आयोग ने कहा है कि वह पूरे मामले की तथ्यों के साथ जाँच करेगा और फिर कोई निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि जहरीले पानी पर चुनाव आयोग द्वारा पूछे गए सवालों का अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है।

इससे पहले अरविंद केजरीवाल आयोग के नोटिस का जवाब भेज चुके हैं। आयोग ने पाँच सवाल पूछे थे, जिनमें पहला था कि हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी में जहर कैसे मिलाया। इस पर जवाब दिया गया है कि नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ी पाई गई है। दूसरा सवाल था कि जहर की प्रकृति और मात्रा का पता कैसे चला। इसका जवाब दिया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड की सीईओ का बयान है।

जवाब में कहा गया है कि DJB की सीईओ शिल्पा शिंदे द्वारा 27 जनवरी 2025 को दिया बयान इसकी पुष्टि करते हैं। इसकी कॉपी लगी हुई है। जहर को पहचानने के सवाल पर केजरीवाल ने जवाब दिया कि इसे जलबोर्ड के अधिकारियों ने पहचाना था। इसके बाद उस जहरीले पानी को कैसे रोका गया, इसका जवाब केजरीवाल ने दिया कि सबकी मेथेडोलॉजी एक जैसी है।

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