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खाना भारत का, काम पाकिस्तान का… मिलिए गद्दार पठान खान से: पैसे लेकर ISI को देता था भारतीय सिम, जैसलमेर में सेना के मूवमेंट की जानकारी भेजता था बॉर्डर पार

राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले पठान खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे 28 मार्च 2025 को शक होने पर भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। वह बॉर्डर से जुड़ी संवेदनशील और गोपनीय जानकारी ISI को भेजता था। उसे ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट,1923 की कई धाराओं के अंतर्गत आधिकारिक रूप से गुरुवार (1 मई 2025) को गिरफ्तार कर लिया गया।

पठान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भारतीय सेना से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को भेजता था। पठान को ISI ने भारतीय सिम कार्ड दिया था, जिससे वो जासूसी कर सके।

राजस्थान इंटेलिजेंस ने जैसलमेर निवासी पठान खान को पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम, 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे करीब एक महीने पहले हिरासत में लिया गया था और तब से उससे पूछताछ की जा रही थी। उसे औपचारिक… pic.twitter.com/xKUIgGW09s— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2025

करीब एक महीने पहले भी उसे शक के आधार पर पकड़ा गया था। उस समय पूछताछ में उसकी हरकतें संदिग्ध लगी थीं। इसके बाद उसे जयपुर ले जाकर पूछताछ की गई। इसमें पता चला कि वह ISI के एक अधिकारी के कहने पर भारत की गुप्त जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था।

जाँच में यह भी सामने आया है कि पठान खान 2019 में पाकिस्तान गया था। पाकिस्तान में पठान के कई रिश्तेदार रहते हैं। जाँच करने वाली एजेंसियों को शक है कि उसी दौरान वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में आया था। अब उसके खिलाफ सरकारी गोपनीयता कानून के तहत जयपुर में केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पठान खान ने सेना के कुछ खास इलाकों की तस्वीरें और वीडियो पाकिस्तान भेजे थे। पुलिस का मानना है कि पूछताछ में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है और युद्ध का खतरा मंडरा रहा है।

पठान खान की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियाँ राहत की साँस ले रही हैं, क्योंकि यह भारत की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता था। अब जाँच एजेंसियाँ पता लगा रही है कि पठान ने भारत की कौन-सी जानकारी पाकिस्तान को भेजी है। इसके अलावा पठान के साथ इस काम में और कौन शामिल था।

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