अपडेट :
– भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री अर्चना श्रीवास्तव के घर हुई लूट कांड में पत्रकार संगठनों ने दबाव बनाय
– पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन देकर सभी को वापस भेज दिया ।
– आश्वासन के मुताबिक देर शाम आरोपितों की पहचान हुई और इसमें एक आरोपी को उठा लिया गया, लेकिन आरोपित और उसके परिजन काफी चालाक निकले
– घर से उठाए गए आरोपी को लेकर परिजन मुकामी थाने में गुमसुदगी दर्ज करा दिए
– गुमसुदगी दर्ज होने के बाद भी परिजन महज 3 घंटे के अंदर हिरासत में लिए गए आरोपितों को खाना लेकर चौकी पर पहुंचे
– इससे बड़ा सवाल उठ रहा है कि पुलिस गुमसुदगी दर्ज होते ही सकते में आ गई
– यही नहीं हालात यह रहे कि जिसके घर में लूट की घटना कारित की गई संबंधित परिवारों को भी चौकी पर बुलाया गया
– पीडित परिवारों के सामने चौकी में आरोपियों के परिजन मां, बाप, भाई, बहन सब के सब पहुंचे और उन्होंने आरोपियों को खाना खिलाने की मनुहार पुलिस से की
– अब इससे यह संदेह हो रहा है कि पूरे घटनाक्रम में परिजन भी शामिल थे क्योंकि अगर जहां एक तरफ पुलिस ने आरोपी को उठाया वहीं उनके परिजन गुमशुदगी दर्ज करा दिए
– एक थाने से दो थाने में यह बात नहीं पता चल पा रही है कि किसने क्या घटना कारित किया है ।
– पुलिस के कम्युनिकेशन गैप का भी इसमें कहीं ना कहीं संदेह है
– हालांकी एसपी संत कबीर नगर यह दावा कर रहे हैं कि जल्द ही मामले का खुलासा कर देंगे
– वहीं महज 2 किलोमीटर की दूरी में दो थाने में पुलिस ने एक तरफ गुमशुदगी दर्ज किया एक तरफ मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी को हिरासत में लिया
– इस 2 किलोमीटर के अंतराल पर अगर पुलिस को यही नहीं पता है कि कौन कहां जाकर किसको हिरासत में ले रहा है तो संत कबीर नगर पुलिस पर यह बहुत बड़ा सवालिया निशान है
– देखते हैं भाजपा नेत्री के घर हुई लूट कांड में घटना का खुलासा कब होता है ।