
खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह टिंडर ऐप पर लड़कियों से अश्लील बातें करता था। वह एक से अधिक लड़कियों से सम्पर्क में था। यह जानकारी पंजाब पुलिस को मिली है। पुलिस ने इस मामले में टिंडर से जानकारी जुटाई है। सिख एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह की हत्या के मामले में यह सारी बातें पता की जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फरीदकोट पुलिस ने अमृतपाल सिंह के एक अकाउंट ‘अमृत संधू’ की जानकारी टिंडर से बीते दिनों में माँगी थी। टिंडर से मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार, अमृतपाल इस अकाउंट के ज़रिए 6 लड़कियों से अश्लील चैट्स करता था। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अमृतपाल रिश्तेदारों और दोस्तों से सबंध बनाने की बात करता था।
फरीदकोट की SSP डॉ प्रज्ञा जैन ने बताया है कि टिंडर से हासिल इन चैट्स और वीडियो में कुछ ऐसे सबूत हो सकते हैं, जो गुरप्रीत सिंह की हत्या से जुड़े हों। पुलिस का मानना है कि गुरप्रीत सिंह के पास अमृतपाल की इन अश्लील चैट्स या वीडियो से जुड़े कुछ ऐसे राज थे जो अमृतपाल की प्रतिष्ठा को धूमिल कर सकते थे और यही गुरप्रीत की मौत का कारण बने।
पुलिस अब उन 6 लड़कियों से भी पूछताछ करने की तैयारी में है जिनके साथ अमृतपाल की अश्लील चैट्स सामने आई हैं। फरीदकोट पुलिस ने टिंडर ऐप से उन लड़कियों के खातों की पूरी जानकारी, उनकी लोकेशन समेत बाकी जानकारी माँगी है।
इसके साथ ही पुलिस वीडियो कंटेंट और साझा की गई इमेजेज का पूरा डाटा बैकअप भी माँग रही है ताकि जाँच को आगे बढ़ाया जा सके। गुरप्रीत सिंह हत्याकांड में अमृतपाल सिंह के शामिल होने के सबूत में पंजाब पुलिस अब अमृतपाल सिंह से पूछताछ भी कर सकती है। पुलिस ने गुरप्रीत सिंह की हत्या करने वाले शूटरों की पहचान कर ली है।
अमृतपाल सिंह पर फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मामला दर्ज है और वह असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। पंजाब पुलिस ने फरीदकोट में अक्टूबर 2024 में हुई सिख एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह की हत्या के मामले में अमृतपाल सिंह और 11 अन्य लोगों पर गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) लगा दिया है।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला 9 अक्टूबर 2024 को फरीदकोट में सिख एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह हरि नौ उर्फ भोडी की गोली मारकर हत्या से जुड़ा है। गुरप्रीत की हत्या उस समय हुई जब वह अपने मोटरसाइकिल से गाँव के गुरूद्वारे से घर की तरफ लौट रहा था। गुरप्रीत, उसी वारिस पंजाब दे का हिस्सा था जिसका अमृतपाल प्रमुख बनाया गया था।
गुरप्रीत सिंह बेहबलकलाँ इन्साफ मोर्चा का सदस्य था और बेअदबी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे दो युवकों के पुलिस फायरिंग में मारे जाने पर कार्रवाई की माँग करता आया था। पंजाब पुलिस के DGP गौरव यादव ने इससे पहले बताया था कि गुरप्रीत की हत्या अमृतपाल सिंह के कहने पर की गई थी।
इस हत्या का साजिशकर्ता गैंगस्टर से आतंकवादी बना अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला बताया गया है, जो कनाडा में रहता है। यह भी सामने आया था है कि जिन शूटरों ने यह हत्या की उनके हैंडलर भी विदेशों में ही रहते हैं। इस जाँच के दौरान पंजाब पुलिस को सांसद अमृतपाल सिंह के इस हत्या में शामिल होने के भी सबूत मिले थे।