
बहराइच । खलीलाबाद टाइम्स/ब्यूरो रिपोर्ट, वीरेंद्र आर्य
जरवलरोड स्थित घाघराघाट पीडब्ल्यूडी गेस्ट
हाउस पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों को
प्रभावी ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से मेगा मार्कड्रील
का आयोजन कर जिला प्रशासन द्वारा अपनी
तैयारियों को परखा गया। मॉकड्रिल की पटकथा के
अनुसार घटना स्थल घाघराघाट के नदी में एक नाव
पलट जाती है। नाव में सवार सभी लोग डूबने लगते हैं
और खुद को बचाने के ज़ोर-ज़ोर से बचाव-बचाव की
आवाज़ निकालने लगते हैं। डूबते लोगों की मदद की
पुकार सुनकर पलक झपकते ही आपदा मोचन बल व
एसएसबी के जवान मोटरबोट पर सवार होकर नदी के
बीच पहुंच गये और लाइफबोट को पानी में फेंककर
डूबते हुए लोगों को मोटरबोट में सवार कर उन्हें सुरक्षित
नदी के किनारे लेकर आये।
नदी से रेस्क्यू किये गये लोगों को तत्काल स्ट्रेचर पर लिटा कर मेडिकल कैम्प में लाया गया। जहां सीएचसी अधीक्षक जरवल डा. कुंवर रीतेश व डा. रवि शुक्ला ने बचाये गये लोगों की जांच व प्राथमिक उपचार कर उन्हें स्ट्रेचर के सहारे ही पास में खड़ी एम्बुलेन्स पर सवार कराया। जीवनरक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेन्स पर मौजूद चिकित्सकों ने भी तत्काल पीड़ित व्यक्तियों को साथ लेकर चिकित्सालय की ओर रवाना हो गये।
मार्कड्रिल इतना जीवन्त था कि नदी के आस-पास मौजूद ग्रामीण इसे वास्तविक घटना समझ रहे थे। परन्तु जब उन्हें पता चला कि यह मात्र राहत व बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास था तो चेहरे पर दिखने वाला तनाव खत्म हुआ। मॉकड्रिल के दौरान पशुओं के रेस्क्यू का भी रिहर्सल किया गया।
उपजिलाधिकारी कैसरगंज अखिलेश सिंह और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/कार्यक्रम पर्वेक्षक राम दयाल ने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य वास्तविक आपदा आने से पूर्व ही उन्हीं परिस्थितियों का सामना करते हुए राहत व बचाव कार्यों को सम्पन्न कराकर अपनी तैयारियों को परखना है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों द्वारा मॉक ड्रिल के लिए बेहतर तैयारी की गयी है। उन्हें विश्वास है कि यदि वास्तविक आपदा जैसी कोई परिस्थितियाँ उत्पन्न होती हैं तो सभी विभाग बेहतर कार्य कर सकेंगे। लोगों से अपील करते हुए कहा कि मॉकड्रिल के दौरान बतायी गई बातों को दूसरे लोगों के साथ भी शेयर करें ताकि आपदा के दौरान जान व माल के नुकसान को न्यून से न्यूनतम किया जा सके। आपदा प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न विभागों तथा राजस्व, नागरिक सुरक्षा, मानव एवं पशु चिकित्सा, खाद्य एवं रसद एवं शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी पण्डालों का निरीक्षण कर बाढ़ के समय विभाग द्वारा प्रदत्त की जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। घटना स्थल पर खाद्यान्न किट एवं पशुओ के लिए चारा एवं भूसा वितरण कार्य का डैमो भी प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर, क्षेत्राधिकारी कैसरगंज रवि खोखर, एसडीओ विद्युत आर. के. मिश्रा और अभियंता आशीष पटेल, एसएसबी इंस्पेक्टर तिलकराज,
उपनिरीक्षक पुष्कर सिंह, उम्मीद सिंह, ठाकुर कल्पेश, प्रभारी तहसीलदार सचिन श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार जरवल सुरेंद्र वर्मा, लेखपाल पवन कुमार
, हेमंत कुमार, रामेंद्र कुमार सिंह, राजस्व निरीक्षक संतराम वर्मा, ग्राम प्रधान उमेश गुप्ता, अविनाश
श्रीवास्तव, आपदा मोचन बल के अनिल कुमार वर्मा, योगेश प्रताप, अभिषेक कुमार मुब्बसिर खान, आशीष मिश्रा, दीपक मौर्या, सुल्तान समेत अधिकारी कर्मचारी
मौजूद रहे।







