लिव-इन रिलेशन से बचने की दी सलाह — कहा, “15–20 साल की बेटियां बच्चे लेकर खड़ी हैं, ये हमारी पढ़ाई नहीं है
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बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में सोमवार को पहुँची उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए समाजिक मूल्यों और नैतिक शिक्षा पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने लिव-इन रिलेशन को लेकर बड़ा बयान दिया।
राज्यपाल ने मंच से कहा, “मेरी बेटियों को सलाह है कि वे किसी चक्कर में न पड़ें। लिव-इन के चक्कर में न पड़ें। लिव-इन के परिणाम देखने हैं तो अनाथालय चले जाइए, वहां 15-20 साल की बेटियां गोद में बच्चा लिए खड़ी हैं। ये किसने पैदा किए? ये पढ़ाई नहीं है हमारी, ये हमारे संस्कार नहीं हैं।”
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि जीवन में सही दिशा और संस्कार प्राप्त करना है। उन्होंने छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा दी।
समारोह में बेटियों का रहा दबदबा
दीक्षांत समारोह में कुल 19,560 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इस बार 44 गोल्ड मेडल में से 35 बेटियों ने अपने नाम किए, जिससे समारोह में महिला विद्यार्थियों का दबदबा देखने को मिला।
उर्दू संकाय की सामिया खातून को कुलाधिपति पदक से सम्मानित किया गया। सभी टॉपर छात्रों को राज्यपाल ने स्वयं मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान किए।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षकों और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।









