राजस्थान में पेट्रोल पंप कर्मचारियों के साथ मारपीट करने वाले SDM साहब को अब अपनी करतूत की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पूरे प्रकरण पर सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही जांच पूरी होने के बाद सेवा समाप्ति (Termination) के निर्देश भी दे दिए हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा —“जो व्यक्ति अपनी पत्नी को इस्तेमाल करके गरीब लोगों पर झूठे आरोप लगवा सकता है, उसे सम्माननीय पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एसडीएम साहब पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से बदसलूकी करते और मारपीट करते नजर आए थे। वीडियो सामने आने के बाद आम जनता और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने इसकी तीव्र निंदा की थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से रिपोर्ट तलब की। रिपोर्ट में अधिकारी की हरकत को “अनुशासनहीनता और असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा” बताया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीएम को सस्पेंड करने का आदेश जारी किया।सरकारी सूत्रों के मुताबिक, विभागीय जांच के बाद अधिकारी की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि
“सरकारी पद किसी की सत्ता दिखाने का साधन नहीं, बल्कि जनता की सेवा का माध्यम है। ऐसे अधिकारियों के लिए इस सरकार में कोई जगह नहीं है।”










