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न सहरी के लिए मिल रही गैस, न इफ्तार में खाने को सस्ता आटा: रमजान में पाकिस्तान में मची मारामारी, प्रधानमंत्री शहबाज को करनी पड़ी अफसरों संग बैठक

पाकिस्तान में भोजन और ईंधन की कीमतें आसमान छू रही है। भूख, खाने की कमी और गैस की किल्लत ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। खासकर कराची में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। रमजान के महीने में भी लोगों को राहत नहीं मिल रही। सरकार ने आटे और रोटी के दाम तय किए, लेकिन बाजार में ये चीजें तय कीमत से ज्यादा में बिक रही हैं।

रोटी और आटे की कीमतें भी तय कर रही सरकार

ऐसे में पाकिस्तान में अब हर रोज आटे-रोटी की कीमत तय करनी पड़ रही है। इसी कड़ी में कराची के कमिश्नर सैयद हसन नकवी ने नोटिफिकेशन जारी कर आटे की कीमतें तय कीं। नंबर 2.5 आटा थोक में 83 रुपये और खुदरा में 87 रुपये प्रति किलो तय हुआ। फाइन आटा थोक में 88 रुपये और खुदरा में 92 रुपये प्रति किलो रखा गया, जबकि चक्की आटा 100 रुपये प्रति किलो तय किया गया। लेकिन बाजार में फाइन आटा 90 से 100 रुपये और चक्की आटा 110 से 115 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। रोटी 100 ग्राम की 10 रुपये और 120 ग्राम नान 15 रुपये तय हुआ, पर लोग 18 से 20 रुपये में चपाती और 25 से 28 रुपये में नान खरीदने को मजबूर हैं।

रमजान में राहत देने के लिए कमिश्नर ने किराने की चीजों के दाम भी तय किए और हर सुबह नई प्राइस लिस्ट जारी करने का ऐलान किया। शिकायत के लिए हेल्पलाइन शुरू की गई है और दुकानदारों को सख्त हिदायत दी गई कि तय दाम से ज्यादा वसूलने पर जुर्माना और गिरफ्तारी होगी। लेकिन हालात सुधरते नहीं दिख रहे।

गैस की किल्लत से जूझ रहे लोग, पीएम को करना पड़ा हस्तक्षेप

एक तरफ खाने पीने की चीजों की भयंकर कमी है, तो पाकिस्तानियों को गैस की कमी ने भी परेशान कर रखा है। सहरी और इफ्तार के वक्त गैस नहीं मिल रही, जिससे खाना बनाना मुश्किल हो गया है। कराची के कई इलाकों जैसे लियाकताबाद, नॉर्थ नजीमाबाद और गुलशन-ए-इकबाल में लोग गैस कटौती से परेशान हैं।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसकी खबर लेते हुए गैस कंपनियों के अफसरों के साथ बैठक की और सहरी-इफ्तार के दौरान गैस सप्लाई बढ़ाने के आदेश दिए। सुई सदर्न गैस कंपनी ने गैस प्रेशर 10% बढ़ाने और कंट्रोल रूम बनाने का वादा किया। फिर भी, लोग शिकायत कर रहे हैं कि हालात में कोई खास सुधार नहीं हुआ। गैस कंपनी का कहना है कि 95% इलाकों में सप्लाई ठीक है, लेकिन बाकी 5% में दिक्कतें हैं।

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