
गोंडा। कोतवाली क्षेत्र के हीरापुर कमियार गांव में जरा सी बात पर दिलीप (37) की हत्या कर दी गई। घर के बाहर खड़े दिलीप के बेटे से गांव के कुछ युवकों ने मजाक किया। दिलीप ने विरोध किया तो युवकों ने अपने तीन साथियों को बुलाकर उनकी पिटाई शुरू कर दी। दिलीप की दिव्यांग पत्नी व दृष्टिबाधित मां बचाने के लिए गिड़गिड़ाती रहीं मगर दिलीप का दम निकलने तक आरोपी पीटते रहे।
हीरापुर कमियार गांव निवासी दिलीप शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे अपने घर के दरवाजे पर खड़े थे। तभी गांव के ही अंकित, प्रदीप और राकेश कुमार पहुंच गए। इन लोगों ने दिलीप के बेटे रमन से मजाक शुरू कर दिया। दिलीप ने आपत्ति जताई तो अंकित, प्रदीप और राकेश ने गालीगलौज शुरू कर दी।
दिलीप की पत्नी बच्ची देवी के मुताबिक तीनों आरोपियों ने फोन करके अपने तीन साथियों को भी बुला लिया। सभी ने छप्पर से बांस खींचकर निकाल लिए और उसी से दिलीप की पिटाई शुरू कर दी। पत्नी ने बताया कि वह और बुजुर्ग सास के साथ ही बच्चे भी दिलीप की जान बख्श देने के लिए गिड़गिड़ाते रहे। मगर आरोपी दम निकलने तक दिलीप को पीटते रहे। आरोपियाें के जाने के बाद वह ग्रामीणों की मदद से किसी तरह पति को सीएचसी करनैलगंज ले गईं। जहां डॉ. मुदस्सिर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या की सूचना पर सीओ सौरभ वर्मा और कोतवाल श्रीधर पाठक पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और लोगों से पूरे मामले की जानकारी ली। कोतवाल ने बताया कि मुन्नी देवी की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
परिवार में इकलौते कमाऊ सदस्य थे दिलीप
दिलीप खेती के साथ ही करनैलगंज बाजार में दुकानों पर पल्लेदारी करके परिवार का गुजारा करते थे। वह परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे।उनकी पत्नी बच्ची देवी एक हाथ से दिव्यांग हैं। बुजुर्ग मां को दोनों आंखों से दिखाई नहीं देता है। उनके चार बेटे अमन (14), रमन (10), जॉनसन (08) और दीपक (06) पढ़ाई करते हैं। दिलीप ही रोज सुबह परिजनों के लिए खाना बनाकर काम पर जाते थे। दिलीप के पिता छविलाल की पहले ही मौत हो चुकी है। दिलीप तीन भाइयों में छोटे थे। उनके बड़े भाई तिलकराम दिव्यांग हैं। मंझले भाई शीतल परिवार के साथ बाहर रहते हैं। घटना के वक्त तिलक राम घर में नहीं थे।
इसलिए हुआ था विवाद
मृतक की पत्नी बच्ची देवी व मां मुन्नी देवी ने बताया कि गांव के अंकित ने दिलीप के बेटे से पापा कहने को कहा। जब बच्चे ने अंकित को पापा नहीं कहा तो वह उसे डांटने लगा। दिलीप ने मना किया तो अंकित व उसके साथी झगड़ा करने लगे। फिर कुछ और साथियों को बुलाने के बाद पीटकर हत्या कर दी। कोतवाल श्रीधर पाठक ने बताया कि मजाक-मजाक में हुई मारपीट में दिलीप की मौत हुई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।