
साथा विकासखंड के पंचायत पुनया में सोशल आडिट टीम द्वारा यम आईयस रिपोर्ट से की गई बैठक,
मौके पर कोई अभिलेख नहीं मौजूद पाए गए ग्राम पंचायत अधिकारी और तकनीकी सहायक रहे नदारद, 25 से 30 लोगों के बीच कर ली गई बैठक,
बैठक के दौरान टीम के ऑडिटर द्वारा बिंदवार की गई समीक्षा समीक्षा के दौरान खुलकर आया तमाम फर्जीवाड़ा , ओमान में रहने वाला व्यक्ति बना जॉब कार्ड मजदूर, 50000 रुपए मनरेगा मजदूरी की की गई भुगतान,
पीएम आवास में मिली बड़ी धांधली दो मंजिला बिल्डिंग भी बना पत्र, सबतक न्यूज़ संतकबीरनगर अर्जुन सिंह रिपोर्टर
संत कबीर नगर 23 23 नवंबर 2023 शासन के निर्देशन के क्रम में साथ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पुनया में सोशल ऑडिट के द्वारा ग्राम प्रधान के द्वारा कराए गए कार्यों का स्थलीय भौतिक सत्यापन के बाद खुली बैठक के दौरान ग्राम पंचायत में कराए गए कार्यों तथा मनरेगा मजदूर व पीएम आवास में मिली काफी गड़बड़ झाला, ओमान में रहने वाला व्यक्ति इम्तियाज भी बने मनरेगा मजदूर 50000 हजार से ऊपर उसके खातों में किया गया धन आहरित, दो मंजिला मकान वाला भी पाया ,पीएम आवास पात्र व्यक्ति रहे वंचित मौके पर ग्राम प्रधान द्वारा अपने चेहेतो को मनरेगा जॉब कार्ड मजदूर बना कर किया गया धन का बंदर बांट,
बताते चलें कि विकासखंड संस्था के अंतर्गत ग्राम पंचायत पूर्णिया में ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए मनरेगा कार्यो में मिली तमाम गड़बड़ियां बिना कराए कार्य ही कर लिया गया भुगतान, मामले में एक नया मोड़ उसे समय आया कि जब ओमान में रहने वाला व्यक्ति इम्तियाज भी मनरेगा मजदूर बनकर₹50000 से ज्यादा उसके खातों में किया गया भुगतान इतना ही नहीं जो वाकई मजदूर थे उनका मिस रिपोर्ट में नाम ही नहीं था ऐसे लोगों को मजदूर बनाया गया जो अपने घरों में या तो दुल्हन है या तो बेटियां हैं जो कभी काम की ही नहीं उनके खाते के माध्यम से भुगतान करा कर प्रधान द्वारा डकार लिया गया जहां एक तरफ शासन शासन के लोक कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए पानी को पैसे की तरह बहते हुए नजर आती है वही धरातल पर कोई काम नजर नहीं आता ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि प्रधान प्रतिनिधि द्वारा घर अनियमित की जाती है जिसकी शिकायत समय-समय पर ब्लॉक से लेकर जिला प्रशासन तक हम लोगों द्वारा किया जाता है लेकिन अधिकारियों की मिली भगत से प्रधान काट रहा है चांदी कैसे होगा विकास जब नुमाइंदा ही बनेगा लुटेरा, फिर भी जिले से नामित बीआरपी आदित्य तिवारी द्वारा खुली बैठक के दौरान बिंदवार समीक्षा की गई लेकिन किसी भी कार्य योजना व कार्य स्थल धरातल पर मौजूद नहीं पाया गया, बताते चने की शासन के निर्देश के क्रम में विकास कार्यों से संबंधित ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों का सोशल अधिक टीम द्वारा जिले से जारी निर्देशन में स्थलीय और भौतिक सत्यापन करने के बाद खुली बैठक करती है सोशल आडिट टीम के द्वारा पारदर्शिता सहभागिता और जवाब देही के आधार पर सोशल आगे की गई उपस्थित ग्रामीणों द्वारा ग्राम प्रधान द्वारा कराए गए कार्यों को सभी लोगों के बीच बिंदवार रखा गया, बैठक में ग्राम पंचायत के लोगों द्वारा ग्राम प्रधान की उदासीनता वह कार्यों के प्रति लापरवाही को लेकर काफी नाराजगी देखी गई,