
गोंडा। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को लेकर निगरानी बढ़ा दी है। परीक्षाओं की व्यवस्था को लेकर तैनात किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट अब प्रतिदिन सीसीटीवी कैमरों की जांच करेंगे। इस बात की पड़ताल की जाएगी कि वायस रिकॉर्डर सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं। अगर कहीं पर कोई खामी मिलती है तो तत्काल इसकी जानकारी डीआईओएस व कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी को दी जाएगी।
24 फरवरी से प्रस्तावित यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए जिले में 149 केंद्र बनाए गए हैं। यहां पर हाईस्कूल के 49,364 व इंटर के 45,789 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षाओं की व्यवस्था को लेकर शिक्षा विभाग ने सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित शिक्षकों व कर्मचारियों की तैनाती की कवायद शुरू कर दी है। इसी बीच बोर्ड ने सेक्टर मजिस्ट्रेटों के कार्यों की रूपरेखा जारी कर दी है।
इसके अनुसार सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करके केंद्र व्यवस्थापकों के साथ बैठक करेंगे। इसमें तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। परीक्षा अवधि में प्रत्येक दिन दोनों पालियों में केंद्रों का निरीक्षण करने के साथ जोनल मजिस्ट्रेट को स्थिति से अवगत कराएंगे। उनसे फीडबैक भी लेंगे। केंद्रों पर सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक प्रबंध करेंगे।
डीआइओएस डॉ. राम चंद्र ने बताया कि परीक्षा को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। प्रायोगिक परीक्षा को लेकर डीएम नेहा शर्मा ने सेक्टर मजिस्ट्रेट नामित कर दिए हैं।
अपार आईडी को लेकर रविवार को भी जिले मेें स्कूल खुले रहे। वहां पर शिक्षकों ने छात्रों की अपार आईडी जनरेट की। विभागीय अधिकारियों ने इसकी निगरानी भी की। डीआइओएस ने बताया कि अपार आईडी को लेकर अधिकारियों ने नाराजगी जताई है। इसे पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
देवीपाटन मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक राम सागर पति त्रिपाठी ने अपार आईडी की समीक्षा की। इसमें कई शिक्षा क्षेत्रों की स्थिति संतोषजनक नहीं मिली। इसके आधार पर आठ खंड शिक्षा अधिकारियों को नाेटिस जारी कर जवाब मांगा है। कहा गया है कि अगर तीन फरवरी तक विकास खंड के सभी बच्चों का डाटा अपडेट नहीं कराया जाता है तो विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की जाएगी।