*मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में बिना दूल्हे की हो गई एक जोड़े की शादी।*
*विवाह के इंतजार में बैठी रही दुल्हन, दूल्हा नहीं आया तो खुद ही भर लिया अपने मांग में सिंदूर।*
संतकबीरनगर। हिंदू धर्म रीत रिवाज के अनुसार होने वाली अपने शादियां तो बहुत देखी होगी लेकिन किसी दुल्हन को अपने खुद के हाथों अपने मांग में सिंदूर भरते नहीं देखा होगा। पूरा मामला संतकबीरनगर जिले के मगहर का है जहां पर सोमवार को सात दिवसीय आयोजित कबीर मगहर महोत्सव का समापन कार्यक्रम था। जहां पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें योजना के अंतर्गत 501 जोड़ों का विवाह कराने का लक्ष्य लिया गया था लेकिन बड़ी मशक्कत के बाद इस कार्यक्रम में 350 जोड़े विवाह करने के लिए पहुंचे थे। तभी कार्यक्रम स्थल पर बैठे जोड़ों में खलीलाबाद टाइम्स के कैमरे की नजर एक ऐसे जोड़े पर पड़ी जो बिना दूल्हे के ही शादी के मंडप में बैठी हुई नजर आई। कार्यक्रम में आए हुए अन्य सभी जोड़ों की शादियां संपन्न हो गई लेकिन उस जोड़े का दूल्हा शादी के लिए नहीं पहुंचा जिसके बाद दुल्हन ने खुद के हाथों ही अपनी मांग को सिंदूर से भर लिया। जब कैमरे पर दुल्हन के साथ आए परिवारजनों से दूल्हे के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब मिला दूल्हा आया तो था लेकिन शादी से पहले ही चला गया। इस जोड़े के साथ ही कई अन्य जोड़ों को भी ऐसा देखा गया जहां पर दूल्हे ने दुल्हन को ना कोई वरमाला डाली और ना ही अपने हाथों से सिंदूरदान किया और विवाह सम्पन्न हो गया। इस दौरान योजना के अंतर्गत मिलने वाले सामना लेकर लोग अपने अपने घरों की तरफ़ चल दिए।लेकिन हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जब तक दूल्हा अपने हाथ से दुल्हन की मांग में सिंदूर लगाकर सिंदूरदान नहीं करता विवाह को संपन्न नहीं माना जाता है।अब सवाल यह उठता है कि ऐसे लोग क्या मुख्यमंत्री सामूहिक योजना का केवल लाभ उठाने के लिए फर्जी जोड़ा बनकर इस कार्यक्रम में आते हैं या वास्तविक में वह इस योजना के पात्र और हकदार होते हैं।या फिर सरकार के लाखों रुपए को ऐसे कार्यक्रमों में अधिकारियों की मिली भगत से योजना का लाभ दिलाने के लिए फर्जी जोड़ा को बनाकर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में बैठा दिया जाता है।अब देखना यह होगा इस तरह की लापरवाही के बाद क्या जिम्मेदारी अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेते है। और फर्जी जोड़ा बनकर योजना का लाभ लेने वालों पर कोई कार्यवाही करते हैं या नहीं।